1. परिभाषा एवं उद्देश्य
हितों का टकराव (Conflict of Interest) उस स्थिति को कहते हैं जब लेखक, समीक्षक या संपादक का कोई व्यक्तिगत, वित्तीय या पेशेवर संबंध शोध निष्कर्षों की निष्पक्षता को प्रभावित कर सकता हो। यह नीति ऐसे संभावित पक्षपातों को प्रकट करने हेतु बनाई गई है।
2. लागू होने वाले पक्ष
यह नीति निम्नलिखित पर लागू होती है:
- सभी लेखक (मुख्य व सह-लेखक)
- पांडुलिपि समीक्षक (Peer Reviewers)
- संपादक मंडल के सदस्य
- पत्रिका प्रबंधन टीम
3. संभावित संघर्ष के प्रकार
3.1 वित्तीय हित
- शोध से प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष वित्तीय लाभ
- किसी कंपनी/संस्थान से अनुदान/फंडिंग
3.2 व्यक्तिगत संबंध
- परिवार के सदस्यों, मित्रों या सहयोगियों से संबंध
- संस्थागत प्रतिस्पर्धा
3.3 बौद्धिक संपदा
- पेटेंट/कॉपीराइट हित
- किसी संगठन से सलाहकार भूमिका
4. घोषणा प्रक्रिया
4.1 लेखकों के लिए
- पांडुलिपि जमा करते समय संघर्ष घोषणा फॉर्म भरना अनिवार्य
- यदि कोई संभावित संघर्ष नहीं है तो “कोई संघर्ष नहीं” लिखें
4.2 समीक्षकों के लिए
- समीक्षा से पहले संबंधित हितों की घोषणा
- यदि लेखक/संस्था से परिचित हैं तो तुरंत सूचित करें
4.3 संपादकों के लिए
- संबंधित लेखों के मूल्यांकन से स्वयं को अलग रखना
5. नीति अनुपालन
- अघोषित संघर्ष मिलने पर पांडुलिपि अस्वीकृत की जा सकती है
- जानबूझकर जानकारी छिपाने पर भविष्य में प्रस्तुति पर प्रतिबंध
