‘ओपिनियन टुडे’ एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय शोध पत्रिका है, जो भाषा, साहित्य, संस्कृति और मानविकी के विविध आयामों पर केन्द्रित गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान को प्रकाशित करती है। इस पत्रिका का प्रमुख उद्देश्य हिंदी भाषा के माध्यम से शैक्षणिक एवं बौद्धिक संवाद को समृद्ध करना है। यह शोधकर्ताओं, विद्वानों, शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करती है, जहाँ वे अपने मौलिक शोध, विश्लेषण और विचारों को अभिव्यक्त कर सकते हैं।
प्रकाशन के प्रमुख क्षेत्र
‘ओपिनियन टुडे’ में निम्नलिखित विषयों पर शोध आलेख प्रकाशित किए जाते हैं:
- भाषाविज्ञान – हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषाओं का तुलनात्मक अध्ययन, व्याकरण, कोश निर्माण, भाषा प्रौद्योगिकी आदि।
- साहित्य – हिंदी एवं विश्व साहित्य का आलोचनात्मक विश्लेषण, साहित्यिक सिद्धांत, समकालीन रचनात्मक लेखन।
- संस्कृति एवं लोकविद्या – सांस्कृतिक अध्ययन, परंपराएँ, लोककथाएँ, सामाजिक रीति-रिवाज।
- पत्रकारिता एवं मीडिया अध्ययन – हिंदी पत्रकारिता का इतिहास, डिजिटल मीडिया, संचार प्रौद्योगिकी।
- दर्शन एवं मानविकी – भारतीय एवं पाश्चात्य दर्शन, मानवीय मूल्य, नैतिकता, समाजशास्त्र।
- सामाजिक विज्ञान – इतिहास, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, भूगोल, मनोविज्ञान से संबंधित अंतःविषयक शोध।
पत्रिका की विशेषताएँ
- शैक्षणिक गुणवत्ता: सभी शोध आलेख मानकीकृत पीयर-रिव्यू प्रक्रिया से गुजरते हैं।
- बहुविषयक दृष्टिकोण: भाषा, साहित्य और समाज के अंतर्संबंधों को समझने का प्रयास।
- हिंदी भाषा को बढ़ावा: शोध को सरल एवं प्रभावी हिंदी में प्रस्तुत करने पर जोर।
- राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय पहुँच: डिजिटल माध्यम में उपलब्ध तथा शीघ्र ही प्रिंट माध्यम में उपलब्धता।
प्रकाशन प्रक्रिया
- आलेख आमंत्रण: शोधार्थी निर्धारित प्रारूप में अपने आलेख ऑनलाइन जमा कर सकते हैं।
- समीक्षा प्रक्रिया: द्विस्तरीय पीयर-रिव्यू व्यवस्था द्वारा गुणवत्ता सुनिश्चित की जाती है।
- संपादन एवं प्रकाशन: चयनित आलेखों को संपादित करके नियत समयावधि में प्रकाशित किया जाता है।
पाठक वर्ग
- विश्वविद्यालयों एवं शोध संस्थानों के प्राध्यापक व शोधार्थी।
- साहित्य, भाषा और समाजिक विज्ञान के विद्यार्थी।
- पत्रकारिता, सांस्कृतिक अध्ययन और दर्शन में रुचि रखने वाले पाठक।
